एक दोस्त की तलाश है मुझे

इतने दोस्तो मे भी एक दोस्त की तलाश है मुझे
इतने अपनो मे भी एक अपने की प्यास है मुझे

छोड आता है हर कोइ समन्दर के बीच मुझे........
अब डूब रहा हु तो एक साहिल की तलाश है मुझे

लडना चाहता हु इन अन्धेरो के गमो से
बस एक शमा के उजाले की तलाश है मुझे

तंग आ चुका हु इस बेवक्त की मौत से मै
अब एक हसीन जिन्दगी की तलाश है मुझे

दीवना हु मै सब यही कह कर सताते है मुझे
जो मुझे समझ सके उस शख्श की तलाश है मुझे....!!

2 comments:

Unknown said...

bhai abhi ham jinda hai

kabad khana said...

is duniya me kai hassen khwab hai saje ...
par ek sacche dost ki talash he mujhe ...
tum ghbrao na e mere dost ,,,
palke bichaye tera intaaar he mujhe ,,,,